Types of Database Model
- Hierarchical Database Model
- Network Database Model
- Relationship Database Model
- Object-oriented Database Model
Hello friends!! Welcome to Equicklearning-Learn Anywhere में आपका बहुत-बहुत स्वागत है । मैं हु Anshu Singh, और आज के इस article में हम आपको बताने वाले है Types of Database Model in Hindi | Data model के प्रकार . आज के इस post में हम विस्तार से ये जानेंगे कि Database Management System(DBMS) मेंं Data Model कितने प्रकार का होता है? तो आइये विस्तार से जानते इसके बारे में है ।
1- Hierarchical Database Model
यह database का सबसे पुराना रूप है। जिसका निर्माण IBM ने अपने information management system के लिए तैयार किया था। इस model में डेटा को tree की तरह के structure में organised किया जाता है, जिसमें केवल एक ही root होता है | और इसमे एक parent node अन्य child node को बताती है। अर्थात इस model में प्रत्येक entity के पास केवल एक parent node होता है और बहुत सारें children node होते है। इस model में केवल एक entity होती है जिसे हम root कहते है।
इस model में parent-child relationship होती है। इसमें data को records की तरह store किया जाता है जो कि एक दूसरे से जुड़े रहते है। इसे 1970 में प्रस्तावित किया गया था ।
यह database model पेड़ की तरह होता है | इस model में जो data arrange किया गया रहता है | वह एक पेड़ की तरह ही दिखता है | जैसे कि एक पेड़ की जड़(root) होती है उसी प्रकार इस model में भी एक जड़ होता है और उसी जड़ से सारा data अपना संबंध बनाते हैं | इसमें दो node होते हैं – child node और parent node | पर हर child node का बस एक ही parent node होता है |
What is Data Independence in Hindi?
यह model data के बीच one to many relationship बनाता है | जैसे कि एक parent node के कई child node हो सकते हैं | उदाहरण के लिए एक college में बहुत सारें courses होते है, बहुत सारें professors तथा students होते है | इस तरह से college एक parent node हुआ तथा professors और students उसके child node हुए | इसी तरह के संबंध को one – to – many relationship कहा जाता है |
Advantages of Hierarchical Database Model
1) Simplicity (सरलता)
2) Data Security (डेटा सेक्यूरिटी)
3) Data Integrity (डेटा इंटिग्रिटी)
4) Efficiency (योग्यता)
Disadvantages of Hierarchical Database Model
1) Implementation Complexity (कार्यांवित करने की जटिलता)
2) Database management Problems (डेटाबेस मैंनेजमेंट की समस्याए)
3) Lack of Structural Independence (स्ट्रक्चरल इंडिपेंडेस का अभाव)
4) Programming complexity (प्रोग्रामिंग की जटिलता)
5) Lack of implementation of Relationship (रिलेशनशिप के कार्यांवयन का अभाव)
Advantages and Disadvantages of DBMS in Hindi?
2- Network Database Model
इस model को database task group ने सन 1971 में बनाया। इस model में data को graph की तरह arrange किया जाता है | Network model hierarchical Model का विस्तारित रूप है अर्थात यह model hierarchical model का extension है | | इस model में data ज्यादा से ज्यादा संबंध बनाता है | और इसी के वजह से data को access करने में बहुत आसानी होती है तथा user तेजी से access कर सकते हैं ।
Network Model में data को graph में organize किया जाता हैं। और इसमें कुछ entity अनेक paths में से access कर सकती हैं। तो हम कह सकते है कि model में data को network के रूप में store और access करते है।
इस model में एक child node के एक से अधिक parent node हो सकता है । यह model हमे one – to – one, one – to – many,तथा many – to – many relationships दर्शाता है। और यह model data के बीच में many to many relationship बनाता है | जैसे कि एक child node के एक से ज्यादा parent Node हो सकते हैं |
उदाहरण के लिए एक लेखक बहुत सारे किताब लिख सकता है वैसे ही एक किताब को बहुत सारे लेखक मिलकर भी लिख सकते हैं | यह होता है many to many relationship |
Network Model का प्रयोग पहले सबसे ज्यादा किया जाता था जब तक कि relational model प्रस्तावित नहीं हुआ था |
Advantages of Network Database Model
1) Conceptual Simplicity
2) Capability to Handle various relationship types
3) Ease in data access
4) Data Integrity
Disadvantages of Network Database Model
1) Navigation Complexity
2) Unavailability of Structural Independence
3- Relationship Database Model
Database के पुराने model नये database structure या किसी बदलाव के लिए flexible नही थे। इसलिए relational database management system का निर्माण किया गया । और इस model का प्रस्ताव E. F. Codd (Edgar F. “Ted” Codd) ने 1970 में दिया गया था |
Relational database में data को two dimensional table में organized किया जाता हैं। इस model में हर row किसी record को दर्शाता है । जिसे ‘table’ कहा जाता हैं। और table की column field को दर्शाती है। उसे ‘attribute’ कहा जाता है। तथा इस model में row को एक unique value दी जाती है। जिसे ‘primary key’ कहते हैं।
ER- Model (Entity-Relationship Model) in Hindi?
इस Database Model को सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है | इसमें data को table के रूप में store किया जाता है | उसी table को database की भाषा में relation बोला जाता है | इसीलिए इसका नाम relational database model रखा गया है | इस model में unique field को key बोला जाता है और उसी के जरिए ही table को जोड़ा जाता है |
इस model में, data को relations अर्थात tables में store किया जाता है और प्रत्येक relation में rows तथा columns होते है। Relational model tables का एक समूह होता है जिसमें data तथा relationship को specify किया जाता है।
इसमें data को two dimensional tables में store किया जाता है | Table को relation भी कहते है | और प्रत्येक table की row को tuple कहते है | tuple वह है जो entity को प्रस्तुत करता है तथा table की column वह है जो attribute को प्रस्तुत करता है ।
Relational Model को 1969 में E.F Codd द्वारा प्रस्तावित किया था | तब से इस model को सबसे ज्यादा प्रयोग किया जाता है |
Database Connection in Laravel in Hindi
Advantages of Relational database Model
1) Structural Independence
2) Conceptual Simplicity
3) Easy to design, implement, maintain and user
4) Ad hoc capability
Disadvantages of Relational database model
1) Hardware overheads
2) Ease of Design can lead to bad design
4- Object-oriented Database Model
Relational database में एक database को कई सारे server’s पर distribute नही किया जा सकता है। जिसके कारण object oriented database management system का निर्माण किया गया। इस model में user अपने-अपने data access के methode define कर सकते हैं।
यह future database model है। साथ ही यह एक developed database model है | इसमें हम audio, video, graphics आदि का इस्तेमाल कर सकते हैं ।
Object में हम data को organised करके उसके संबंध बताते हैं | Object-oriented model में information या data को object के रूप में प्रदर्शित किया जाता है तथा ये objects instance variable में value को store करते हैं।
इस model में object oriented programming छमताओं का प्रयोग किया जाता है। Real world entity को लेकर और उसके संबंध बताने के लिए इस model का इस्तेमाल किया जाता है | इस model का structure भी tabular data की तरह ही होता है |
यह model object oriented programming languages, जैसे:- python, java, VB.net तथा perl आदि के साथ कार्य करता है | इसका निर्माण 1980 के दशक में किया गया था |
Advantages of Object-oriented model
1) इसमें semantic content को डाला जा सकता है|
2) यह inheritance को support करता है जिससे data integrity बढती है|
3) यह performance को बेहतर करता है|
Disadvantage of object-oriented model
1) इसमें powerful system की जरूरत होती है जिसके कारण transaction बहुत ही धीमा हो जाता है |
2) यह बहुत ही complex model है |
3) इसे use करने के लिए पहले इसे सीखना पड़ता है |
4) इसमें security बहुत ही कम होती है |
Final Word
Friends आज आपने इस post में पढा कि Types of Database Model in Hindi | Data model के प्रकार, तो दोस्तो मुझे उम्मिद है कि इस post को पढने के बाद आपके सारे सवालो के जवाब मिल गयेे होगे । और आप ये अच्छे सेे समझ गये होंगे कि डेटा माडल कितने प्रकार के होते है?
हमारी ये पुरी कोशिश रहती है कि इस post को पढने के बाद आपके सारे doubts clear हो गये होंगे ।
फिर भी अगर आपकि कोई query या suggestion है तो हमे comment box में जरुर बताये । साथ ही आप हमसे social media के through भी जुड सकते है ।
Friends मुझे ये पुरी उम्मिद है कि आपको ये post जरुर पसंद आयी होगी । अगर पसंद आयी है तो इसे अपने दोस्तो के साथ share करना ना भुले । ताकि उन्हे भी ये जानकारी मिले । तथा इसे subscribe जरुर कर ले ताकि आप तक हमारे latest notifications मिलती रहे ।
STAY HEALTHY, BE POSITIVE