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DBMS Keys in Hindi | DBMS Keys क्या होता है?

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Hello friends!! Welcome to Equicklearning-Learn Anywhere में आपका बहुत-बहुत स्वागत है । मैं हु Anshu Singh, और आज के इस article में हम आपको बताने वाले है What is DBMS keys in Hindi? | DBMS Keys क्या होता है? आज के इस post में हम विस्तार से ये जानेंगे DBMS Keys क्या होता है ? तथा यह कितने प्रकार का होता हैै ? तो आइये विस्तार से जानते इसके बारे में है

DBMS Keys in Hindi

DBMS KEYS IN HINDI

एक key, एक Attribute होती है जिसका प्रयोग किसी Relation/table में एक Tuple/record को uniquely identify करने के लिए किया जाता है । जैसे- EmpCode, EnrollmentNo,AccountNo इत्यादि । keys इसलिए भी महत्वपूर्ण होती हैं क्योकि किसी relation/table की ordering यह सिनिश्चित नहीं कर पाती है कि उसमें store सभी records/tuples Unique हैं ।

आसान शब्दो में, key का मतलब चाबी होता है । जिस प्रकार किसी भी ताला को खोलने के लिए चाबी का इस्तेमाल किया जाता है या चाबी की जरूरत पड़ती हैं । ठीक उसी प्रकार database table से किसी भी data को निकालने के लिए हमे key की जरूरत होती है |

Types of DBMS Keys in Hindi

DBMS में निम्नलिखित प्रकार की keys होती है –

1) Super Key
2) Primary Key
3) Candidate Key
4) Composite Key
5) Secondary Key
6) Foreign key

1. Super key

Super key, एक Attribute या Attributes का एक set होती हैं अर्थात Super key एक candidate key का superset है। जिसका प्रयोग किसी relation/table में records/tuples को uniquely Identify करने के लिए किया जाता है । Super key multiple value contain करती है ।

जैसे- Employee table में EmpCode एक super key है । इसी तरह EmpCode, Name भी एक super key है, जो employee relation के दो attributes का एक set है, क्योकि इनके combination भी प्रत्येक record के लिए unique हैं ।

2. Primary Key

Primary Key किसी relation/table में प्रत्येक tuple/record को uniquely Identify करती है और इसकी value किसी भी दो records/tuples के लिये एक समान नही होनी चाहिए । Primary Key का चयन इस तरह किया जाना चाहिए कि इसकी values कभी भी परिवर्तित होने वाली न हो या शायद ही परिवर्तित होने वाली हो ।

जैसे- Employee relation/table के लिए EmpCode एक primary Key हो सकती है ।

आइये Primary Key को आसान शब्दो में समझते हैं-
1) primary key unique होती है।
2) किसी भी table मे केवल एक ही primary key हो सकती है।
3) ये single या multi columns हो सकती है | Multi column primary key को composite primary key भी कहते है।
4) Composite primary key में maximum 16 columns हो सकते है।
5) यह null values नही contain करती है।

Primary key दो प्रकार की होती हैं –
1) Simple Primary Key
2) Composite Primary Key

1) Simple Primary Key:- Simple Primary Key केवल एक field से मिलकर बना होता हैं ।

2) Composite Primary Key:- Composite Primary Key एक से ज्यादा fields से मिलकर बना होता हैं ।

3. Candidate Key

Candidate Key, एक attribute या attribute का एक set होती है, जो किसी table में प्रत्येक record को uniquely identify करती है । Candidate key निम्न्लिखित properties को satisfy करता है-

  • Candidate key unique होता है ।
  • Candidate key की value NULL नहीं होती है । अर्थात Candidate key को table के प्रत्येक record के लिये एक value को store करके रखता है । इसे Entity Integrity Rule भी कहते हैं । Candidate Key की value stable होनी चहिए । इसकी values system के control के बाहर परिवर्तित नहीं हो सकती है ।

Table की एक से अधिक candidate keys हो सकती हैं और उनमे से किसी एक का चयन Primary Key के रुप में किया जा सकता है। शेश Candidate Keys को Alternate Keys कहते हैं ।

4. Composite Key

Composite Key, विभिन्न Attributes का एक समूह होती है, जिसका प्रयोग किसी table में प्रयेक record को uniquely Identify करने के लिए किया जाता है । Composite key की आवश्यक्ता तब पडती है, जब किसी table में एक मात्र attribute के द्वारा प्रत्येक record को uniquely identify नहीं किया जा सकता हो ।

जब primary key बहुत सारे Attributes से मिलकर बनी होती है, इसलिए उसे Composite key कहते हैं ।

5. Foreign Key

किसी table का एक ऐसा Attribute, जिसकी values किसी दूसरे table के किसी key Attribute की values से सम्बंधित हो, उसे Foreign Key कहा जाता है । एक Relational Database में किसी table की Foreign key दूसरे table की Primary Key हो सकती हैं । अर्थात Foreign key उस table का column होता है, जिसका उपयोग किसी दूसरे table की primary key को point करने के लिए किया जाता हैं ।

जैसे- EMPLOYEE table में, Department_Id foreign key है, और दोनों तालिकाएँ संबंधित है।

RDMS Table में एक foreign key column का एक group होता है, जो की दो table के बीच link provide करने का कार्य करता हैं । Foreign key को Referencing key भी कहा जाता है |Foreign key data में integrity को maintain करने के लिए method उपलब्ध कराता है |

6. Secondary Key

Secondary Key, एक Attribute या एक से अधिक Attributes का एक set होती है, जो एक candidate key हो सकती है । परंतु किसी खास Characteristic के अधार पर किसी table में records को classify करती है ।

उदाहरण के लिए- किसी विशेश Department से एक से अधिक Employee सम्बंधित हो सकते हैं । अत: Employee table के लिए Department एक Candidate Key नहीं हो सकता हैं , क्योकि यह किसी भी खास Employee को Uniquely Identify नहीं कर सकता है । परंतु, Department Attribute किसी दिए गए विभाग से सम्बंधित Employees को Uniquely identify कर सकता है । अत: इसे एक Secondary Key माना जा सकता है ।

Final Word

Friends आज आपने इस post में पढा कि DBMS Keys क्या होता है । What is DBMS keys in Hindi, तो दोस्तो मुझे उम्मिद है कि इस post को पढने के बाद आपके सारे सवालो के जवाब मिल गयेे होगे । और आप ये अच्छे सेे समझ गये होंगे कि Database Keys क्या होता है?

हमारी ये पुरी कोशिश रहती है कि इस post को पढने के बाद आपके सारे doubts clear हो गये होंगे । फिर भी अगर आपकि कोई query या suggestion है तो हमे comment box में जरुर बताये । साथ ही आप हमसे social media के through भी जुड सकते है ।

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